संविधान के भाग

संविधान के भाग – 25 भाग, क्या है तात्पर्य, भागों की प्रमुख सूची

संविधान के भाग – भारतीय संविधान में वर्तमान में कुल 25 भाग है

भारतीय संविधान के भाग से यह तात्पर्य है की जितने भी क्रमशः अनुछेद संविधान में है उसमें बहुत अनुछेद एक ही विषय के ऊपर बात करते है, तो जो अनुछेद एक ही विषय के ऊपर बात करते है, उन्हें एक करके उनका समूह बना दिया गया, और उन समूह को भाग कहा जाता है 

दोस्तों, आइये हम इन भागों को पढ़े:

भारतीय संविधान के भाग

भाग भाग के प्रावधान भाग के अंतर्गत अनुछेद 
संघ ऐंव उसके राज्य क्षेत्र1 – 4 
नागरिकता 5 – 11 
मौलिक अधिकार 12 – 35 
राज्य के नीति निर्देशक तत्व 36 – 51 
4 ( क )मूल कर्तव्य 51 ( क )
5संघ52 – 151 
6राज्य 152 – 237 
7राज्यों के समूह पद्धति ( 7वें संविधान संशोधन द्वारा निरस्त कर दिया गया )
8संघ राज्य क्षेत्र 239 – 242 
9पंचायत 239 – 242 
9 ( क )नगरपालिका 243 
9 ( ख )सहकारी समितियां 243 
10अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति क्षेत्र 244 
11संघ राज्य संबंध245 – 263 
12वित्त, संपत्ति, अनुबंध, सूट से संबंघित264 – 300  ( क )
13भारत के भीतर व्यापार और वाणिज्य301 – 307 
14संघ और राज्यों के अधीन सेवाएँ308 – 323
14 ( क )न्यायाधिकरण323 ( क ) – 323  ( ख )
15निर्वाचन 324 – 329 
16कुछ वर्गों से संबंधित विशेष प्रावधान330 – 342
17राजभाषा 343 – 351 
18आपात उपबंध 352 – 360 
19विविध361 – 367 
20संविधान संशोधन 368 
21अस्थायी, संक्रमणकालीन और विशेष प्रावधान369 – 392
22लघु शीर्षक, प्रारंभ की तिथि, हिंदी में आधिकारिक पाठ और निरसन393 – 395
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हम आशा करते हैं कि हमारे द्वारा दी गई संविधान के भाग के बारे में  जानकारी आपके लिए बहुत उपयोगी होगी और आप इससे बहुत लाभ उठाएंगे। हम आपके बेहतर भविष्य की कामना करते हैं और आपका हर सपना सच हो।

धन्यवाद।


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2 thoughts on “संविधान के भाग – 25 भाग, क्या है तात्पर्य, भागों की प्रमुख सूची”

  1. Lakhendra Prasad

    भारतीय संविधान आज भारत के सभी राज्यों के विद्यालयों में वर्ग 1से 10 तक भाग वाइज पढ़ाना चाहिए। मैं तो नियमित रूप से 1 घंटा पढ़ता हूं। इसकी संशोधन में निजी स्वार्थ को छोड़ कर अपना विचार देना चाहिए

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